बुधवार, 26 जून 2024

पीलिया होने के मुख्य कारण – जानिए समय पर बचाव कैसे करें

पीलिया हो जाने का कारण ओर इलाज 

 पीलिया (जॉन्डिस) एक ऐसी स्थिति है जिसमें त्वचा, आंखें, और शरीर के अन्य हिस्से पीले हो जाते हैं। यह स्थिति तब उत्पन्न होती है जब शरीर में बिलीरुबिन का स्तर बढ़ जाता है। बिलीरुबिन एक पीले रंग का पदार्थ है जो लाल रक्त कोशिकाओं के टूटने पर बनता है।

क्या है पीलिया कारण लक्सण घरेलु इलाज
पीलिया से पंए तुरंत राह

पीलिया हो जाने पर क्या करें

1.डॉक्टर से सलाह लें यदि पीलिया के लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

2. पर्याप्त आराम करें शरीर को आराम देना आवश्यक है।

3. हाइड्रेशन पर्याप्त पानी और तरल पदार्थ पिएं।

4. हल्दी डाइट  पौष्टिक आहार लें जिसमें फल, सब्जियां और प्रोटीन शामिल हों।

5. शराब और हेपेटोटॉक्सिक दवाओं से बचे लिवर को और नुकसान से बचाने के लिए।

6. पैथोलॉजिकल टेस्ट बिलीरुबिन लेवल, लिवर फंक्शन टेस्ट, और अन्य आवश्यक टेस्ट कराएं।

पीलिया के कारण 

1. लिवर की समस्याएं हेपेटाइटिस, सिरोसिस, या लिवर के अन्य रोग।

2. गॉल ब्लैडर की समस्याएं गॉल स्टोन्स या गॉल ब्लैडर के अन्य रोग।

3. ब्लड डिसऑर्डर हीमोलिटिक एनीमिया, जिसमें रक्त कोशिकाएं तेजी से टूटती हैं।

4. नवजात शिशुओं मेंजन्म के तुरंत बाद कुछ दिनों में पीलिया होना सामान्य है।

पीलिया का इलाज

इलाज के लिए यह जानना जरूरी है कि पीलिया का कारण क्या है। इसके अनुसार ही इलाज किया जाता है।


1. हेपेटाइटिस वायरल हेपेटाइटिस के लिए एंटीवायरल दवाएं दी जाती हैं।

2. गॉल स्टोन्स यदि पित्ताशय की पथरी के कारण पीलिया हुआ है, तो पथरी निकालने के लिए सर्जरी की जा सकती है।

3. लिवर की समस्या लिवर की समस्या के लिए लिवर ट्रांसप्लांट या लिवर सपोर्टिंग मेडिसिन दी जा सकती हैं।

4. हीमोलिटिक एनीमिया ब्लड ट्रांसफ्यूजन या अन्य दवाओं का उपयोग किया जा सकता है।

पीलिया के उपचार और लक्षणों से राहत पाने के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं:

 1. चिकित्सीय सलाह

डॉक्टर की सलाह लें  पीलिया के लक्षण दिखते ही तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और उनका परामर्श लें।

नियमित जांच लिवर फंक्शन टेस्ट और बिलीरुबिन लेवल की नियमित जांच कराएं।


2. उचित आहारहाइड्रेशन अधिक मात्रा में पानी और तरल पदार्थ पिएं जैसे नींबू पानी, नारियल पानी, और फलों का रस। 

हल्का और पौष्टिक आहारआसानी से पचने वाला खाना खाएं, जैसे उबली हुई सब्जियां, फलों का रस, और दलिया।

प्रोटीन का सेवन अंडे, मछली, और दालें खाएं, लेकिन इनका सेवन सीमित मात्रा में करें।

शक्कर और वसा से बचेंतले हुए और वसायुक्त खाने से बचें, और मीठे पदार्थों का सेवन कम करें।

3. आराम और देखभाल

पर्याप्त आराम शरीर को पूरा आराम दें और मेहनत वाले काम से बचें।

पर्याप्त नींद: रोजाना कम से कम 7-8 घंटे की नींद लें।

 4. हर्बल उपाय

अदरक और नींबूअदरक का रस और नींबू का रस मिलाकर पिएं, यह लिवर को साफ करने में मदद करता है।

हल्दी हल्दी में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। इसे दूध में मिलाकर पिएं।

तुलसी तुलसी के पत्तों का रस पीलिया में लाभकारी हो सकता है।

5. घरेलू उपाय

गन्ने का रस गन्ने का रस पीलिया में काफी फायदेमंद होता है। इसे नियमित रूप से पिएं।

मूली का रस मूली के रस का सेवन भी पीलिया में लाभकारी होता है।

6. सावधानियां

शराब से बचें शराब और लिवर को नुकसान पहुंचाने वाली दवाओं से बचें।

साफ-सफाई का ध्यान रखेंl साफ-सफाई और स्वच्छता पर ध्यान दें, खासकर खाने-पीने की चीजों की।


इन उपायों से पीलिया के लक्षणों में राहत मिल सकती है और लिवर की सेहत में सुधार हो सकता है। हालांकि, गंभीर मामलों में चिकित्सीय परामर्श आवश्यक है।


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