प्रेग्नेंसी के अलावा पीरियड न आने के कारण, लक्षण, घरेलू इलाज और डॉक्टर की सलाह
माहवारी यानी पीरियड्स हर महिला के जीवन का एक सामान्य और जरूरी हिस्सा है। यह प्रजनन स्वास्थ्य का संकेत है और हार्मोनल संतुलन बनाए रखने में अहम भूमिका निभाता है। आमतौर पर महिलाओं को हर 28 से 35 दिन में मासिक धर्म आता है। लेकिन कई बार ऐसा होता है कि समय पर पीरियड्स नहीं आते। आमतौर पर लोग इसे गर्भावस्था से जोड़ते हैं, लेकिन प्रेग्नेंसी के अलावा भी कई कारण हो सकते हैं जिनसे पीरियड्स रुक सकते हैं या अनियमित हो सकते हैं।
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| पीरियड्स न आने पर अजवाइन और गुड़ का उपयोग करें – आयुर्वेदिक उपाय। |
इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि प्रेग्नेंसी के अलावा किन कारणों से पीरियड्स नहीं आते, इसके लक्षण क्या हो सकते हैं, घरेलू उपचार कौन से हैं, और कब डॉक्टर की सलाह लेना ज़रूरी है।
पीरियड्स न आने के कारण (Pregnancy के अलावा)
1. तनाव (Stress)
अत्यधिक मानसिक तनाव से हार्मोनल असंतुलन हो सकता है, जिससे पीरियड्स रुक सकते हैं। तनाव हाइपोथैलेमस पर असर डालता है, जो मासिक धर्म चक्र को नियंत्रित करता है।
2. थायराइड की समस्या
हाइपोथायरायडिज्म या हाइपरथायरायडिज्म दोनों ही मासिक धर्म को प्रभावित कर सकते हैं। थायराइड ग्रंथि का सही से काम न करना हार्मोन को असंतुलित कर देता है।
3. बहुत कम या बहुत ज्यादा वजन
अत्यधिक वजन बढ़ना (Obesity) या बहुत अधिक दुबला होना (Underweight) भी पीरियड्स न आने की वजह हो सकता है। शरीर में वसा की मात्रा हार्मोन के स्तर को प्रभावित करती है।
4. बहुत ज्यादा एक्सरसाइज करना
एथलीट्स या जिम में अत्यधिक वर्कआउट करने वाली महिलाओं को भी अनियमित पीरियड्स की समस्या हो सकती है।
5. पीसीओडी/पीसीओएस (PCOD/PCOS)
पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम महिलाओं में हार्मोन असंतुलन का एक प्रमुख कारण है। इसमें ओवरी में छोटे-छोटे सिस्ट बन जाते हैं, जिससे पीरियड्स रुक सकते हैं।
6. डायबिटीज और अन्य रोग
अनकंट्रोल डायबिटीज और कुछ ऑटोइम्यून बीमारियां भी मासिक धर्म को प्रभावित कर सकती हैं।
7. बर्थ कंट्रोल पिल्स या अन्य दवाइयां
कुछ हार्मोनल गोलियाँ लेने से या अचानक बंद करने से भी पीरियड्स मिस हो सकते हैं।
8. मेनोपॉज या प्री-मेनेपॉज
40 की उम्र के बाद अगर पीरियड्स मिस होने लगें तो यह मेनोपॉज की शुरुआत का संकेत हो सकता है।
पीरियड्स न आने के लक्षण
यदि आपकी माहवारी समय पर नहीं आ रही है, तो शरीर कुछ संकेत देता है:
थकान और कमजोरी
पेट में हल्का दर्द या भारीपन
मुंहासे या त्वचा पर रैशेज
बाल झड़ना
मूड स्विंग्स और चिड़चिड़ापन
दूध जैसे स्राव का स्तनों से आना (कुछ केसों में)
वजन बढ़ना या घटना
अधिक चेहरे या शरीर पर बाल आना (PCOS के मामलों में)
घरेलू इलाज (Home Remedies for Missed Periods)
यदि आपकी पीरियड्स कभी-कभार लेट हो जाती है और प्रेग्नेंसी का कारण नहीं है, तो कुछ घरेलू उपाय कारगर हो सकते हैं:
1. अदरक और गुड़ का सेवन
अदरक हार्मोन को संतुलित करता है और रक्त संचार बढ़ाता है। गुड़ के साथ लेने पर यह असर और बढ़ जाता है।
कैसे लें: एक कप पानी में अदरक उबालकर गुड़ मिलाकर पिएं।
2. हल्दी दूध
हल्दी में गर्म तासीर होती है जो पीरियड्स को लाने में मदद करती है।
कैसे लें: एक गिलास गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी मिलाकर रोज रात को पिएं।
3. पपीता
पपीता गर्भाशय को उत्तेजित करता है और पीरियड्स को नियमित करता है। कच्चा पपीता विशेष रूप से लाभदायक होता है।
4. मेथी के बीज
मेथी हार्मोन बैलेंस करने में सहायक है।
कैसे लें: एक गिलास पानी में मेथी के बीज उबालकर पिएं।
5. तिल और गुड़
तिल गर्म होते हैं और रक्त संचार को बढ़ावा देते हैं।
कैसे लें: तिल को भूनकर पीस लें और गुड़ के साथ खाएं।
6. अजवाइन का पानी
अजवाइन शरीर की गर्मी बढ़ाता है और पीरियड्स लाने में मदद करता है।
कैसे लें: एक कप पानी में एक चम्मच अजवाइन उबालकर छानकर पिएं।
ध्यान दें: ये उपाय तभी करें जब प्रेग्नेंसी पूरी तरह से नकार दी गई हो।
डॉक्टर से कब संपर्क करें?
यदि घरेलू उपायों के बाद भी पीरियड्स न आएं, तो डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है। निम्नलिखित परिस्थितियों में डॉक्टर से मिलें:
3 महीने या उससे अधिक समय से पीरियड्स नहीं आए हैं
अचानक बहुत ज्यादा खून आना
बहुत दर्द या कमजोरी होना
पीरियड्स बहुत अनियमित हो गए हों
गर्भावस्था का शक हो
दवाई लेने के बाद भी असर न दिखे
गायनेकोलॉजिस्ट आपकी हार्मोन रिपोर्ट, अल्ट्रासाउंड और अन्य टेस्ट्स के आधार पर सही इलाज करेंगे।
कुछ जरूरी सुझाव
रोजाना व्यायाम करें, लेकिन अधिक न करें
तनाव कम करने के लिए ध्यान या योग करें
समय पर सोने और जागने की आदत डालें
पीरियड्स की डेट नोट करते रहें
निष्कर्ष
प्रेग्नेंसी के अलावा भी कई कारण हो सकते हैं जिनसे पीरियड्स समय पर नहीं आते। यह जरूरी है कि हम अपने शरीर के संकेतों को समझें और समय रहते उचित कदम उठाएं। यदि समस्या एक-दो बार ही हो तो घरेलू उपाय कारगर हो सकते हैं, लेकिन बार-बार ऐसा होने पर डॉक्टर से सलाह जरूर लें। मासिक धर्म महिलाओं के संपूर्ण स्वास्थ्य का आईना होता है, इसलिए इसे नजरअंदाज न करें।

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