वायरल और डेंगू बुखार में क्या खाएं, क्या न करें: कारण, लक्षण, घरेलू इलाज और डॉक्टर की सलाह
मानसून का मौसम जहां एक ओर राहत लेकर आता है, वहीं दूसरी ओर यह वायरल संक्रमण और डेंगू जैसी बीमारियों का खतरा भी बढ़ा देता है। बुखार की स्थिति में उचित खान-पान, आराम और सही इलाज अत्यंत आवश्यक होता है। इस लेख में हम जानेंगे कि वायरल और डेंगू बुखार में क्या खाएं, क्या न करें, इनके कारण, लक्षण, घरेलू उपाय और डॉक्टर की सलाह क्या है।
वायरल और डेंगू बुखार क्या है?
वायरल बुखार:
वायरल बुखार एक वायरल संक्रमण के कारण होता है, जो अक्सर सर्दी-खांसी, शरीर में दर्द, गले में खराश, थकावट और बुखार के रूप में सामने आता है। यह एक व्यक्ति से दूसरे में तेजी से फैल सकता है।
डेंगू बुखार:
डेंगू एक खतरनाक वायरल संक्रमण है जो एडीज एजिप्टी मच्छर के काटने से होता है। यह आमतौर पर मानसून या उसके तुरंत बाद के मौसम में फैलता है। इसमें प्लेटलेट्स की संख्या तेजी से गिरने लगती है।
बुखार के कारण
वायरस का संक्रमण (Influenza, Rhinovirus आदि)
दूषित पानी या भोजन का सेवन
मच्छर के काटने से संक्रमण (विशेष रूप से डेंगू)
मौसम का बदलना
गंदगी और नमी भरे वातावरण में रहना
वायरल और डेंगू बुखार के लक्षण
वायरल बुखार डेंगू बुखार
अचानक बुखार तेज़ बुखार (104°F या अधिक)
सिरदर्द और गले में खराश सिर और आंखों के पीछे दर्द
खांसी-जुकाम मांसपेशियों और जोड़ों में तेज दर्द
शरीर में कमजोरी शरीर पर लाल चकत्ते
भूख में कमी प्लेटलेट्स की संख्या में गिरावट
आँखों में जलन उल्टी या मतली
वायरल और डेंगू बुखार में क्या खाएं?
सही आहार बुखार के दौरान तेजी से रिकवरी में मदद करता है। नीचे दिए गए आहार को बुखार के दौरान सेवन करें:
1. तरल पदार्थ ज्यादा लें:
नींबू पानी (थोड़ा नमक और शहद मिलाकर)
गुनगुना पानी
सूप (सब्जियों या दाल का)
छाछ और हल्का छिलके वाला दही
ये शरीर को डिहाइड्रेशन से बचाते हैं और इम्यून सिस्टम को मज़बूत करते हैं।
2. सुपाच्य भोजन:
मूंग दाल की खिचड़ी
उबली हुई सब्जियां
दलिया
उबला आलू और गाजर
ओट्स और सादा टोस्ट
इससे पाचन पर ज़्यादा दबाव नहीं पड़ता और शरीर को ऊर्जा मिलती है।
3. फल:
पपीता: प्लेटलेट्स बढ़ाने में सहायक
अनार: खून की मात्रा बनाए रखने में मददगार
संतरा: विटामिन C से भरपूर, इम्यून बूस्टर
कीवी, सेब, अमरूद
क्या नहीं खाना चाहिए?
तली-भुनी और मसालेदार चीजें – पाचन पर बोझ डालती हैं।
ठंडी चीजें (आइसक्रीम, कोल्ड ड्रिंक्स) – गले की खराश और संक्रमण बढ़ा सकती हैं।
कैफीन और शराब – ये शरीर को डिहाइड्रेट करती हैं।
फास्ट फूड या प्रोसेस्ड फूड – इसमें पोषक तत्व नहीं होते जो रिकवरी में मदद करें।
घरेलू उपाय (Viral और Dengue में समान रूप से उपयोगी)
डेंगू में घरेलू उपाय केवल सहायक हो सकते हैं, इलाज डॉक्टर से कराना अनिवार्य है।
1. पपीते के पत्ते का रस
प्लेटलेट्स बढ़ाने में लाभकारी।
दिन में दो बार 10–15 ml लें (डॉक्टर की सलाह के अनुसार)।
2. तुलसी-अदरक का काढ़ा
बुखार और खांसी में राहत।
इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है।
3. गिलोय रस
वायरल संक्रमण में रामबाण।
दिन में दो बार 10 ml लें।
4. हल्दी दूध
शरीर की सूजन और दर्द में राहत।
रात को सोने से पहले पिएं।
5. धनिया पानी
डेंगू में फायदेमंद, प्लेटलेट्स बढ़ाता है।
आराम और देखभाल
पर्याप्त नींद और आराम करें।
गर्म पानी से स्नान करें या स्पंज करें।
साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें।
मच्छरों से बचने के लिए मच्छरदानी या रिपेलेंट का इस्तेमाल करें।
डाक्टर की सलाह कब ज़रूरी है?
बुखार लगातार 2–3 दिन से ज्यादा रहे
प्लेटलेट्स 1.5 लाख से नीचे जाएं
खून की उल्टी या पेशाब में खून आए
अत्यधिक कमजोरी या बेहोशी
डेंगू के गंभीर मामलों में तुरंत अस्पताल जाएं।
बचाव के उपाय
साफ पानी पीएं और उबालकर रखें।
आस-पास पानी जमा न होने दें।
मच्छरों से बचने के उपाय करें।
मौसम बदलते ही इम्यून सिस्टम को मजबूत करें।
निष्कर्ष
वायरल और डेंगू दोनों बुखार की रोकथाम और इलाज में खानपान और आराम की बड़ी भूमिका होती है। पपीते के पत्ते का रस, नारियल पानी, सुपाच्य भोजन और पर्याप्त नींद इन बीमारियों से जल्दी उबरने में मदद करते हैं। हालांकि, अगर लक्षण गंभीर हों, तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करना बेहद जरूरी है।
डिस्क्लेमर:
यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी बीमारी की स्थिति में स्वयं इलाज न करें। हमेशा योग्य चिकित्सक से परामर्श लें। घरेलू उपाय सहायक हो सकते हैं लेकिन मुख्य इलाज डॉक्टर द्वारा किया जाना चाहिए।







